बलिया में इस नगर पंचायत में पहुंचा पानी , इलाका हुआ जलमग्न



बाँसडीह, बलिया: लगातार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर भी बढ़ते जा रहा है। वहीं सरयू नदी भी उफान पर चल रही है। पहले तो सरयू( घाघरा) ने उपजाऊ जमीन को निगल लिया जहाँ किसानों के लिए संकट खड़ा हो गया है। उसके बाद अब गांवों की सरयू नदी में रुख कर दिया है। 

नगर पंचायत के करीब आया पानी

ऐसे में इलाका के लोगों में दहशत व्याप्त है। इतना ही नही अब सरयू का पानी बाँसडीह नगरपंचायत के समीप आ चुका है। तहसीलदार गुलाबचन्द्रा ने पर्वतपुर रेगुलेटर के दो फाटकों को खोलयाया।  मौजा नकहरा राउत , जगहत्था,  फतेह राय , पटखौली भूपत राय , विजयीपुर , पिलुईं , दिवाकरपुर , पर्वतपुर सहित पूरा क्षेत्र  में फसलें नष्ट हो चुकी हैं।  शुक्रवार की सुबह  घाघरा के डीएसपी हेड पर 64. 200 मापा गया। उच्चत्तम बाढ़ 66.00 है।

किसानों के हजारों के फ़सल का नुकसान


जबकि खतरा बिंदु 64.01 मापदंड है।उधर दियारा क्षेत्र के रिगवन छावनी,नवकागाँव , बिजलीपुर, कोटवा, मल्लाहि चक,चक्की दियर, टिकुलिया, रघुबर नगर,खेवसर,रेगहा,कोलकला आदि गाँवो के किसानों के के लगभग हजारों एकड़ खेत घाघरा में समाहित हो चुके हैं। किसानों के हजारों एकड़ फसल जिसमे बाजरा,मक्का,गन्ना,धान आदि फसले घाघरा के पानी से बर्बादी के कगार पर है।

किसानों के माथे पर चिंता

तटवर्ती गांव की उपजाऊ जमीन को हमेशा की तरह इसबार भी धीरे-धीरे नदी काटकर अपने आगोश मे ले रही है ।जिससे  इलाके के लोग परेशान हैं। नदी का रौद्र रूप देखकर किसानों के माथे की चिंता की लकीरें बढ़ गई है। विवशता तो ये है कि उन्हें अपनी जमीन को बचाने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा। सुरसा की तरह आए दिन नदी कई बीघा उपजाऊ जमीन को अपने आगोश में ले रही है।

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