बलिया : बढ़ता वायरस, बेपरवाह लोग... कैसे जीतेंगे कोरोना से जंग


रामगढ़, बलिया। बलिया में रोज तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या से जहां जिला प्रशासन चिंतित है, वही बाजारों में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर घूमते लोग शायद जानबूझकर कोरोना जैसे महामारी को चुनौती दे रहे हैं। या ये कहना भी गलत नहीं होगा कि वायरस को आमंत्रित किया जा रहा है। 

बलिया चौदहवें स्थान पर

लॉकडाउन के पचासवें दिन बलिया में जब पहला कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया था, तब किसने सोचा होगा कि यह मनहूस आंकड़ा पन्द्रह सौ के करीब पहुंचकर बलिया को उत्तरप्रदेश में संक्रमण के मामले में चौदहवें स्थान पर लाकर खड़ा कर देगा। सम्पूर्ण लॉकडाउन के बाद अनलॉक में मिली थोड़ी छूट के बाद लोगों में जैसे कोरोना वायरस से दो दो हाथ करने की होड़ लग गयी है। 

बिना मास्क के घूम रहे लोग


यूं तो उत्तरप्रदेश सरकार ने प्रत्येक शनिवार और रविवार को पूर्ण बन्दी का आदेश जारी किया है, लेकिन बाकी पांच दिनों में हर गली-मोहल्ले और चट्टी-चौराहे पर अधिकाधिक लोगों का बिना मास्क के बेखौफ होकर समूह में खड़ा होना वास्तव में चिंताजनक विषय बना हुआ है। 

तीसरे स्थान पर पहुँचा भारत


आज 14 लाख संक्रमित मरीजों के साथ भारत विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, जो कि लॉकडाउन के प्रथम सप्ताह तक विश्व में चालीसवें स्थान पर था। स्थानीय बाजार में शुकवार की देर शाम और सोमवार की सुबह बाजार खुलने के साथ ही उमड़ती भीड़ ने स्थानीय प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़ा किया है। 


पुलिस के डंडे से बचने के लिए पहन रहे मास्क


तेजी से बढ़ते संक्रमण में भी लोगों का बेखौफ बाजार में घूमना बेहद चिंतनीय है। छोटा, बड़ा या बुजुर्ग शायद ही कोई मास्क लगाना उचित समझता हो। कुछ लोग मास्क लगाए पाये भी जाते हैं तो उनमें अधिकाधिक लोग पुलिसिया डंडे से बचने के लिए ही लगाते हैं।

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