जब आध्यात्म की शरण में गए सितारे: सना खान से लेकर विनोद खन्ना तक, जब आध्यात्म के रास्ते पर चलने के लिए इन सेलेब्स ने छोड़ दिया बॉलीवुड

4 मिनट पहले

टीवी शो ‘रोडीज रेवोल्युशन’ में नजर आए कंटेस्टेंट और मॉडल साकिब खान ने ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया है। उन्होंने धर्म और इस्लाम के रास्ते पर चलने के लिए यह फैसला किया है। इस बात की घोषणा साकिब ने खुद सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट शेयर कर की है।

अपनी इस पोस्ट में उन्होंने बताया कि अब वे भविष्य में मॉडलिंग या एक्टिंग का काम नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं अल्‍लाह के रास्ते से गुमराह हो गया था। साकिब से पहले भी कई सेलेब्स ने भी फिल्म इंडस्ट्री छोड़ आध्यात्म की ओर कदम बढ़ाए हैं। आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही सेलेब्स पर…

सना खान

‘बिग बॉस 6’, ‘जय हो’ में काम कर चुकीं एक्ट्रेस सना खान भी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को बाय-बाय कहने के कारण चर्चा में आ चुकी हैं। पिछले साल वह आध्यात्म की राह पर चल पड़ी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा करते हुए लिखा था कि अब अल्लाह के बताए रास्ते पर चलकर मानवता की सेवा करेंगी।

जायरा वसीम​​​​​​​

सना की ही तरह जायरा वसीम ने जून 2019 में फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने की बात कहकर सबको हैरान कर दिया था। ‘दंगल’ से दमदार डेब्यू कर चुकीं जायरा ने कुल तीन फिल्मों में ही काम कर बॉलीवुड को अलविदा कह दिया था। उनका कहना था कि उन्हें इस प्रोफेशन में खुशी नहीं मिली क्योंकि इससे उनके धर्म को मानने में रुकावट महसूस हो रही थी।

विनोद खन्ना​​​​​​​​​​​​​​

80 के दशक में विनोद खन्ना स्टारडम के चरम पर थे। यही वो समय था जब उनकी लोकप्रियता अमिताभ बच्चन के बराबर हो चली थी। कहा जाने लगा था कि जल्द ही वह अमिताभ को पीछे छोड़ इंडस्ट्री के टॉप सुपरस्टार बन जाएंगे लेकिन इसी दौरान अपनी मां के देहांत से विनोद खन्ना टूट गए। इसी समय उनके दोस्त महेश भट्ट ने उन्हें आध्यात्म की ओर जाने की सलाह देते हुए ओशो रजनीश के बारे में बताया। विनोद ओशो के आश्रम गए और वहीं के होकर रह गए। पांच वर्ष तक संन्यासी जीवन जीने के बाद विनोद फिर से मुंबई आ गए और फिल्मी दुनिया में दोबारा कदम रखा। विनोद खन्ना की फिल्मों में फिर से जगह बनाने की कोशिश नाकाम रही। उन्होंने अपनी पत्नी गीतांजलि को भी तलाक दे दिया था।

सोफिया हयात

बिग बॉस सीजन-7 की कंटेस्टेंट और मॉडल सोफिया भी 2016 में शो बिज छोड़ नन बनने के चलते सुर्खियों में आई थीं। उनका कहना था कि वह रातोंरात नन नहीं बन गईं, बल्कि रिलेशनशिप में प्रताड़ित होने के कारण आखिर में उन्होंने ऐसा कदम उठाया था। हालांकि, लोगों ने इसे पब्लिसिटी स्टंट करार दिया था।

अनु अग्रवाल

1990 में आई फिल्म ‘आशिकी’ ने अनु को रातोंरात स्टार बना दिया था। इस फिल्म में बाद वो कई और फिल्मों में दिखीं लेकिन उन्हें ‘आशिकी’ जैसी पॉपुलैरिटी नहीं मिली। अब ग्लैमर वर्ल्ड से दूर अनु झुग्गी-झोपड़ी में जाकर बच्चों गरीब बच्चों को फ्री योगा सिखाती हैं। 1996 के बाद फिल्मी दुनिया के गायब हो गईं अनु ने योगा और आध्यात्म की तरफ रुख कर लिया था।

इसी बीच 1999 में हुए एक रोड एक्सीडेंट ने अनु की लाइफ बदल दी। इस हादसे ने न सिर्फ उनकी याददाश्त को चली गई थी, बल्कि वो पैरालाइज्ड हो गई थीं। लगभग 29 दिनों तक कोमा में रहने के बाद जब अनु होश में आईं, तो वह खुद को पूरी तरह से भूल चुकी थी। याद्दशात खो चुकीं अनु के लिए ये उनका पुर्नजन्म ही था कि लगभग 3 साल तक चले लंबे ट्रीटमेंट के बाद उनकी याददाश्त वापस आ गई। अनु अपनी कहानी को आत्‍मकथा ‘अनयूजवल: मेमोइर ऑफ ए गर्ल हू केम बैक फ्रॉम डेड’ में समेटा है।

ममता कुलकर्णी

कभी अपने ग्लैमरस और बोल्ड अंदाज से सुर्खियां बटोरने वाली ममता कुलकर्णी ने पांच साल पहले साध्वी बन सबको चौंका दिया था। बॉलीवुड की गलियों को छोड़ अब वे आध्यात्म की राह पर चल पड़ी थीं। 2013 में उन्होंने अपनी किताब ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी’ रिलीज की थी। इस दौरान फिल्‍मी दुनिया को अलविदा कहने की वजह बताते हुए ममता कुलकर्णी ने कहा था, ‘कुछ लोग दुनिया के कामों के लिए पैदा होते है, जबकि कुछ ईश्‍वर के लिए पैदा होते हैं। मैं भी ईश्‍वर के लिए पैदा हुई हूं।’

 

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