IPL जैसी बड़ी लीग से ठीक पहले अगर किसी टीम का कप्तान चोटिल हो जाए तो यह उस टीम के लिए बहुत बड़ा झटका माना जाएगा। जैसे अगर RCB से विराट बाहर हो जाएं, मुंबई इंडियंस से रोहित शर्मा या CSK से धोनी बाहर हो जाएं तो उन टीमों की ताकत में काफी कम हो जाएगी। लेकिन, दिल्ली कैपिटल्स के बारे में यह बात नहीं कही जा सकती है। कुछ ही दिन पहले दिल्ली के नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर चोटिल होकर पूरी लीग से बाहर हो गए। इसके बाद दिल्ली ने ऋषभ पंत को कप्तान बनाया और टीम अब भी खिताब की प्रबल दावेदार है। टीम का पहला मुकाबला 10 अप्रैल को चेन्नई से होना है। इस आलेख में हम दिल्ली की टीम का SWOT एनालिसिस करेंगे और जानेंगे कि टीम इस सीजन में कैसा परफॉर्म कर सकती है। SWOT मतलब स्ट्रेंथ (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (opportunity) और खतरे (Threat) का एनालिसिस।
स्ट्रेंथ-1: टॉप-4 बल्लेबाज

दिल्ली के पास शिखर धवन और पृथ्वी शॉ के रूप में दो बेहतरीन भारतीय ओपनर हैं। शिखर IPL के पिछले सीजन के टॉप स्कोरर थे। वहीं, पृथ्वी विजय हजारे ट्रॉफी में जोरदार बल्लेबाजी करते हुए 827 रन बनाए हैं। नंबर-3 पर अजिंक्य रहाणे और स्टीव स्मिथ में किसी एक को मौका मिल सकता है। इसके बाद नंबर-4 पर खुद कप्तान ऋषभ पंत आएंगे। पंत पिछले पांच महीने से इंटरनेशनल क्रिकेट में बेहतरीन फॉर्म में रहे हैं।

स्ट्रेंथ-2 बेहतरीन बॉलिंग लाइनअप
दिल्ली की बॉलिंग लाइनअप बेहतरीन है। साउथ अफ्रीका के कगीसो रबाडा और एनरिच नोर्त्जे फास्ट बॉलिगं की अगुवाई करेंगे। वहीं, स्पिन डिपार्टमेंट में रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल जैसे शानदार विकल्प हैं। फास्ट बॉलिंग में इशांत शर्मा और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाज भी मौजूद हैं। स्पिन डिपार्ट में अमित मिश्रा का अनुभव टीम के साथ होगा।

कमजोरी
टीम के पास लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट की कमी है। यानी अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसी की खूबियों वाला दूसरा खिलाड़ी दिल्ली के पास नहीं है। इस कारण पिछले सीजन में दिल्ली की टीम रबाडा और नोर्त्जे को आराम नहीं दे पाई। रबाडा ने पिछले सीजन में 17 और नोर्त्जे ने 16 मैच खेले थे। ये दोनों डेथ ओवर्स में भी अच्छी गेंदबाजी करते हैं। इनके बिना डेथ ओवर्स में दिल्ली की गेंदबाजी कमजोर हो जाती है।
अवसर
- पिछले सीजन में दिल्ली की टीम फाइनल में हारी थी। इस बार एक कदम आगे बढ़ते हुए खिताब जीतने का मौका।
- ऋषभ पंत के पास खुद को बतौर कप्तान साबित करने का मौका।
- शिखर धवन और पृथ्वी शॉ अच्छे प्रदर्शन के दम पर भारतीय टी-20 टीम में जगह पाने की दावेदारी पेश कर सकते हैं।
- रविचंद्रन अश्विन अच्छे प्रदर्शन के दम पर व्हाइट बॉल इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए टीम इंडिया में वापसी का दावा पेश कर सकते हैं।
खतरा
- पिछले सीजन में शुरुआती में 9 मैचों में से 7 में जीत हासिल करने के बाद दिल्ली का फॉर्म खराब हो गया था और लगातार चार मैचों में हारी थी। फॉर्म गंवाने का खतरा दिल्ली की टीम पर हमेशा मंडराता रहता है।
- पंत को कप्तान बनाने के फैसले की काफी तारीफ हो रही है। यह देखने वाली बात होगी कि पंत कप्तानी का दबाव झेलते हुए अच्छी बैटिंग जारी रख पाते हैं या नहीं।